Back to base, Jan 2023

अमेरिका NJ में साढ़े सात बजने 
को चला सबेरे का । घर से साढ़े तीन घंटे दूर हूँ । 

जन्म स्थल और “country of origin “ का भ्रमण करके आ गया । हर बार वहाँ से आने पर ऐसा लगता है कि देश कह रहा हो … ‘ तुम संग जनम शिक्षा और खेल के फेरे , भूल गए क्यों प्यारे मेरे ! ‘ 

१९७८ में जब पहली बार भारत छोड़ने के बाद जर्मनी से घर लौट रहा था छुट्टी में तो जैसे ही Air India का जहाज़ दिल्ली की ज़मीन touch करने लगा , जहाज़ में गाना बज रहा था : “ ये वादियाँ ये फ़िज़ायें बुला रही हैं तुझे !” आँख भर आयी थी ।
आज गाना बदल देता हूँ ! 
यही अंतर है ।

हिंदुस्तान के अनुभवों की चर्चा होगी , धीरे धीरे । बात थोड़ी भींगे तो मिठास ज़्यादा होगी । 

संछेप में मेरे लिए कुछ नया नहीं था । 

वापस लेता हूँ इस बात को । नया कुछ है लेकिन समस्या का निदारन नहीं हो पाया । 
साधारण मनुष्य की रोज़मर्रा की ज़िंदगी की तकलीफ़ें वही हैं !

सड़के बनी हैं लेकिन पहले जितना समय एक जगह से दूसरे जगह जाने में रिक्शा से लगता था , अब कार से लगता है । मैं ख़ासकर पितृभूमि पटना की बात कर रहा हूँ । 

वहाँ की सड़कों पर धूल , pollution और भीड़ की बात नहीं करूँगा । दुनियाँ में हर जगह है । और भारतवर्ष को गुरु धर्म निभाना पड़ता है । विश्व गुरु होने पर पटना को छोड़ थोड़े ही देंगे ! 

मेरा एक दिल से जुड़ी शिकायत है । इतने जगहों का कायाकल्प हो गया नाम बदलने से , पटना का क्यों नहीं ।कम से कम ‘ सेहत नगर ‘ रख देते तो कुछ का स्वास्थ्य सुधर जाता । IT cell से कुछ video तो निकल ही आता ।
अच्छा चलिए , ‘ गोलघर नगर ‘ 
अच्छा अब इस पर तो मैं तर्क हार नहीं सकता । हम में potential बाक़ी है ! क्यों ? 

जब मैं पढ़ता था तब गोल घर पर नाज था और अब जब फिर से देखा तो ताल ठोक कर कह सकता हूँ कि अगर मुग़लों का आक्रमण फिर से हुआ तो वो गोलघर जीतने के लिए होगा !

चलिए , अब आपको भ्रमित कर देता हूँ ! नया Patna museum बहुत ही खूबसूरत है । State of the art , well organised , precious arts and historical pieces , artifices , etc . ज़रूर देखिए । 
अब रही बात आज की । NJ के hotel से घर कैसे पहुँचू । साढ़े तीन घंटा का drive .

आपको मालूम अमेरिका और हिंदुस्तान में मूल रूप में क्या फर्क है ! इससे पहले कि मेरा statement polluted कर दिया जाय , बता ही देता हूँ । 

अमेरिका में आपकी बीबियाँ आपका नहीं सुनती । बीत गये दिन क़सम ख़ुदा के ! 
पहला priority बच्चे , दूसरा घर का finance और distant third आप !

मेरे बेटे का medical कॉलेज में admission का financial discussion है आज । इसलिए एक दोस्त आएगा लेने ! 

पूरी ज़िंदगी दोस्तों पर depend करते ही बीती ।

NJ की कॉफ़ी , सबेरे का आलम , अगला कदम सड़क का दामन , नमस्कार , सेयर निवासी , आरसी ।

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